हरियाणा

टिकट कटने के बाद किरण चौधरी कल उठा सकती हैं कोई बड़ा कदम, जिस पर हैं सभी की निगाहें

सत्य खबर,चण्डीगढ़।

हरियाणा में पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल की पोती और पूर्व मंत्री किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी को भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस पार्टी ने टिकट नहीं दिया। उनकी जगह कांग्रेस विधायक राव दान सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है। इससे किरण चौधरी और श्रुति चौधरी के समर्थकों में मायूसी है।

बेटी को टिकट नहीं मिलने के बाद किरण चौधरी ने 27 अप्रैल यानि शनिवार दोपहर 12 बजे भिवानी में अपने समर्थकों की मीटिंग बुलाई है। कहा जा रहा है कि किरण चौधरी और उनका परिवार इसी बैठक में आगे की रणनीति बनाएगा। कयास हैं कि किरण चौधरी इस बैठक में कोई बड़ा फैसला भी ले सकती हैं।

CET Fake Website: पंचकुला पुलिस ने किया बड़ा खुलासा, नकली CET वेबसाइट के मास्टरमाइंड गिरफ्तार
CET Fake Website: पंचकुला पुलिस ने किया बड़ा खुलासा, नकली CET वेबसाइट के मास्टरमाइंड गिरफ्तार

हरियाणा की सियासत में पहली बार दो बड़े राजनीतिक परिवारों को लोकसभा चुनाव से दूर कर दिया गया है। इनमें चौधरी बंसीलाल और चौधरी भजनलाल का परिवार शामिल है। बंसीलाल की राजनीतिक विरासत संभाल रहीं किरण चौधरी को जहां कांग्रेस पार्टी ने झटका दिया वहीं भाजपा के शामिल हो चुके कुलदीप बिश्नोई को पार्टी ने भाव नहीं दिया।

बेशक अभी तक दोनों परिवारों ने लोकसभा टिकट नहीं मिलने पर अपनी जुबान नहीं खोली, लेकिन परिवार के चेहरे पर मायूसी और कार्यकर्ताओं में नाराजगी साफ झलक रही है।

बेटी की टिकट के लिए लगभग दो हफ्ते से दिल्ली में डेरा डालकर बैठीं किरण चौधरी अब शनिवार को भिवानी पहुंचेंगी। किरण और उनकी बेटी व हरियाणा प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष श्रुति चौधरी ने शनिवार, 27 अप्रैल को अपने भिवानी निवास पर समर्थकों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में समूचे भिवानी-महेंद्रगढ़ संसदीय क्षेत्र से अपने समर्थक बुलाए गए हैं।

Haryana Weather Today: 9 जिलों में हुई झमाझम बारिश, क्या ये है बदलते मौसम की चेतावनी?
Haryana Weather Today: 9 जिलों में हुई झमाझम बारिश, क्या ये है बदलते मौसम की चेतावनी?

कहा जा रहा है इस मीटिंग में भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से अपने विरोधी भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा के करीबी राव दान सिंह को टिकट मिलने के बाद बने सियासी समीकरणों पर चर्चा की जाएगी। परिवार लोकसभा चुनाव को लेकर आगे की रणनीति पर भी समर्थकों के विचार जानेगा।

Back to top button